These 20 big lions of precious Ishq and Akbar Allahabadi ...
With the lion's depth of Akbar Allahabadi, Ishq's meaning is understood by the sense. Akbar is a special place in Allahabadi in old shires. Like every shire, Akbar Allahabadi has also made the heart of the world the center of its alphabet. We are presenting 25 selected lions for our readers, from the poetry Gulshan of Allahabadi.
My heart was not able to find any kind of beauty, I did not find the
bell of God,
My heart was not able to find any kind of beauty, I did not find the
bell of God,
Eyes do not let
me
slit it with soles. Armaan does not let my heart go out in the world I am not in the world, I am traveling
through the market, I am not a buyer.
me
slit it with soles. Armaan does not let my heart go out in the world I am not in the world, I am traveling
through the market, I am not a buyer.
Then you went in two days,
how was this wafa, sir! In this furrowed battle, the night of Vasl
-e-Yer
had taken the bosom all night , till the dawn
how was this wafa, sir! In this furrowed battle, the night of Vasl
-e-Yer
had taken the bosom all night , till the dawn
ज़िन्दगी मुमकिन नहीं अब आशिक़-ए-बीमार की
छिद गई हैं बरछियाँ दिल में निगाह-ए-यार की
आपसे बेहद मुहब्बत है मुझे
आप क्यों चुप हैं ये हैरत है मुझे
छिद गई हैं बरछियाँ दिल में निगाह-ए-यार की
आपसे बेहद मुहब्बत है मुझे
आप क्यों चुप हैं ये हैरत है मुझे
समझे वही इसको जो हो दीवाना किसी का
'अकबर' ये ग़ज़ल मेरी है अफ़साना किसी का
कोई न हुआ रूह का साथी दम-ए-आख़िर
काम आया न इस वक़्त में याराना किसी का
'अकबर' ये ग़ज़ल मेरी है अफ़साना किसी का
कोई न हुआ रूह का साथी दम-ए-आख़िर
काम आया न इस वक़्त में याराना किसी का
हम जान से बेज़ार रहा करते हैं 'अकबर'
जब से दिल-ए-बेताब है दीवाना किसी का
कहाँ ले जाऊँ दिल दोनों जहाँ में इसकी मुश्क़िल है
यहाँ परियों का मजमा है, वहाँ हूरों की महफ़िल है
जब से दिल-ए-बेताब है दीवाना किसी का
कहाँ ले जाऊँ दिल दोनों जहाँ में इसकी मुश्क़िल है
यहाँ परियों का मजमा है, वहाँ हूरों की महफ़िल है
इलाही कैसी-कैसी सूरतें तूने बनाई हैं,
हर सूरत कलेजे से लगा लेने के क़ाबिल है
हस्ती के शज़र में जो यह चाहो कि चमक जाओ
कच्चे न रहो बल्कि किसी रंग मे पक जाओ
हर सूरत कलेजे से लगा लेने के क़ाबिल है
हस्ती के शज़र में जो यह चाहो कि चमक जाओ
कच्चे न रहो बल्कि किसी रंग मे पक जाओ
I said, "I am not of Tasvvuf." I said
, "Go to this bazam, then I will be throbbing.
I will
not sleep even in death ."
, "Go to this bazam, then I will be throbbing.
I will
not sleep even in death ."
Aah who will be removed from the heart
What do you think that will be empty? Is not it
difficult? He
can not take the burden of too much intelligence
What do you think that will be empty? Is not it
difficult? He
can not take the burden of too much intelligence
Do they wish that the heart also understands
what is Arzu with those who are in the chest
what is Arzu with those who are in the chest
ग़म्ज़ा नहीं होता कि इशारा नहीं होता
आँख उन से जो मिलती है तो क्या क्या नहीं होता
साभार-कविता कोश और रेख्ता आँख उन से जो मिलती है तो क्या क्या नहीं होता
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